आजादी की लड़ाई, ब्रिक्स में स्थायी सदस्यता का समर्थन: इंडोनेशियाई राष्ट्रपति ने भारत को धन्यवाद दिया
नई दिल्ली (एजेंसी)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो के बीच व्यापक वार्ता हुई, जिसमें दोनों देशों ने द्विपक्षीय संबंधों को नई गति देने पर सहमति जताई। विशेष रूप से, रक्षा विनिर्माण और आपूर्ति श्रृंखला जैसे क्षेत्रों में संयुक्त रूप से काम करने पर चर्चा की गई।
राष्ट्रपति सुबियांतो ने अपनी पहली राजकीय यात्रा के दौरान भारत द्वारा दिए गए सम्मान के लिए कृतज्ञता व्यक्त की। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी और उनकी सरकार के साथ हमारी गहन और स्पष्ट चर्चा हुई। हमने साझा हित के कई क्षेत्रों पर चर्चा की और आर्थिक सहयोग को बढ़ाने की दिशा में काम करने का निर्णय लिया। मैंने अपनी टीम को नौकरशाही कम करने और भारत-इंडोनेशिया के साझा हितों को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए हैं।”
राष्ट्रपति ने विशेष रूप से भारत के ऐतिहासिक समर्थन का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि भारत ने इंडोनेशिया के स्वतंत्रता संग्राम के समय समर्थन दिया था। इसके साथ ही, भारतीय दूतावास की जमीन को उपहार के रूप में दिए जाने का उल्लेख किया, जब अन्य देशों ने इंडोनेशिया को मान्यता नहीं दी थी। राष्ट्रपति ने ब्रिक्स में इंडोनेशिया की स्थायी सदस्यता और ग्लोबल साउथ की आवाज बनने के लिए भारत को धन्यवाद दिया।
भारत और इंडोनेशिया के बीच सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संबंधों का भी जिक्र हुआ, जिसमें रामायण और महाभारत से प्रेरित गाथाओं और बाली जात्रा के सांस्कृतिक प्रमाणों को उजागर किया गया। राष्ट्रपति प्रबोवो के साथ हुई चर्चा में मध्याह्न भोजन योजना और सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अनुभव साझा करने, ऊर्जा, खनिज, विज्ञान, प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष और एसटीईएम शिक्षा के क्षेत्रों में सहयोग पर सहमति बनी।