रूस (एजेंसी)। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भारत के साथ संबंधों को विशेष रणनीतिक साझेदारी पर आधारित बताते हुए कहा कि दोनों देश सभी क्षेत्रों में अपने द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करेंगे। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि भारत और रूस के मैत्रीपूर्ण संबंध दोनों देशों के मूलभूत हितों को पूरा करेंगे और यह अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था के अनुरूप होगा।

रिपब्लिक डे के मौके पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शुभकामना संदेश में पुतिन ने भारत की लोकतांत्रिक विकास यात्रा की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान ने 75 साल पहले सामाजिक, आर्थिक, वैज्ञानिक और तकनीकी क्षेत्रों में भारत की प्रगति की नींव रखी।

राष्ट्रपति पुतिन के बयान ने वैश्विक स्तर पर चर्चा को बढ़ा दिया है, खासकर ऐसे समय में जब अमेरिका रूस पर यूक्रेन युद्ध को लेकर दबाव बना रहा है। ट्रंप प्रशासन रूस पर नए प्रतिबंध लगाने की योजना पर विचार कर रहा है। ट्रंप ने यह भी कहा है कि अगर वह राष्ट्रपति होते तो यूक्रेन में युद्ध कभी नहीं होता।

पुतिन ने अपने बयान में भारत के साथ संबंधों को मजबूत करने की प्रतिबद्धता दोहराई और यह संकेत दिया कि वे जल्द ही भारत का दौरा कर सकते हैं। प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति पुतिन के बीच पहले भी कई उच्चस्तरीय वार्ताएं हो चुकी हैं, जिसमें दोनों देशों ने रक्षा, ऊर्जा, और अंतरिक्ष जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई थी।

यह बयान ऐसे समय में आया है जब रूस और पश्चिमी देशों के बीच तनाव बढ़ा हुआ है। अमेरिका और उसके सहयोगी रूस पर प्रतिबंध लगाने और यूक्रेन संकट का समाधान खोजने के लिए दबाव बना रहे हैं।