फतेहपुर। पांचवी मोहर्रम पर कोतवाली परिसर के अंदर पहुंचे अलम जुलूस का वीडियो वायरल होने के बाद फैल रही अफवाहों को लेकर ताजिया व अलम इंतेजामिया कमेटी के लोगों ने मंगलवार को पुलिस अधीक्षक उदय शंकर सिंह से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया गया कि कोतवाली के अंदर पांचवी मोहर्रम पर अलम जुलूस पहुंचना एक पुरानी परंपरा है, जिसका पालन किया गया है और इसकी जांच भी करवाई जा सकती है।
ताजिया व अलम इंतेजामिया कमेटी के अध्यक्ष चौधरी मोईन उद्दीन राईन के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचा। प्रतिनिधि मंडल ने एसपी को ज्ञापन देकर मामले की जांच कराने की मांग की। कमेटी के अध्यक्ष ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि मोहर्रम की पांचवी को अलम व अखाड़ा जुलूस भ्रमण के दौरान सदर कोतवाली पहुंचता है। परिसर में लकड़ी का करतब होता है। इस वर्ष भी मोहर्रम की पांचवी को जुलूस पहुंचा और अखाड़ा द्वारा लकड़ी का करतब दिखाया गया, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ और विश्व हिंदू परिषद ने मामले पर विरोध जताया।
कोतवाली प्रभारी निरीक्षक ने ताजिया व अलम इंतेजामिया कमेटी को जानकारी दी कि यह कोई नई परंपरा नहीं है। यह पुरानी परंपरा है, और आवश्यकता समझे तो जांच कराई जा सकती है। कोतवाली के पुराने स्टाफ, आस-पास के दुकानदार और स्थानीय लोग इस परंपरा से वाकिफ हैं। ज्ञापन में यह भी बताया गया कि जैसे डिप्टी कलेक्टर हिकमतउल्ला खां का शहीदी दिवस कोतवाली गेट पर मनाकर श्रद्धांजलि अर्पित की जाती है वैसे ही अलम पहुंचने की भी परंपरा बेहद पुरानी है। प्रतिनिधि मंडल ने एसपी से मांग की कि चाहे तो इस मामले की जांच कराई जा सकती है।
कमेटी के लोगों ने कहा कि अफवाहों पर ध्यान न दिया जाए और अनावश्यक हर चीज का विरोध करना जायज नहीं है। इस मौके पर शब्बीर हुसैन, बशीर हुसैन उर्फ मो. चच्चा, मो. समी खां, खलील खां, कफील अहमद, हाजी खुर्शीद आलम अंसारी, फरीद खां, अब्दुल सलाम, लल्लू राईन, अनीस अहमद भी मौजूद रहे।