लखनऊ – सरकारी काम में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई करते हुए, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चित्रकूट के संभागीय निरीक्षक (प्राविधिक) गुलाब चंद्र को सस्पेंड कर दिया है। साथ ही, सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन) विवेक कुमार शुक्ला के खिलाफ भी अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई है।
घटना का विवरण
मंगलवार, 23 जुलाई को चित्रकूट के श्रीजी इंटर कॉलेज की दो बसों को सीज कर दिया गया था। बसों में बच्चे बैठे हुए थे, और बच्चों सहित बस को 10 किलोमीटर दूर पुलिस लाइन ले जाया गया, जहां करीब दो घंटे तक बस को खड़ा रखा गया। जानकारी के अनुसार, चित्रकूट संभागीय निरीक्षक (प्राविधिक) गुलाब चंद्र को संबंधित स्कूलों में जाकर बसों के फिटनेस चेक करने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन उनके आदेशों को नहीं माना गया, जिसके कारण दोनों बसों का फिटनेस प्रमाण-पत्र जारी नहीं हो पाया। इसके परिणामस्वरूप, वाहनों को सीज करना पड़ा, जिससे बच्चों को भी तकलीफ हुई।
सीएम योगी का सख्त रुख
बुधवार को मामला संज्ञान में आने के बाद, योगी सरकार ने इस पर सख्त रुख अपनाया और दोषी अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की। आरआई (प्राविधिक) गुलाब चंद्र को अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया। वहीं, आरटीओ (प्रवर्तन) विवेक कुमार शुक्ला के विरुद्ध भी अनुशासनात्मक कार्रवाई किए जाने की संस्तुति की गई है।
भविष्य के निर्देश
सीएम योगी ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया है कि सरकारी कार्यों में किसी भी तरह की हीलाहवाली न की जाए। विशेषकर भ्रष्टाचार और लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों एवं कर्मियों पर जीरो टॉलरेंस नीति के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी। परिवहन विभाग से जुड़े सभी कर्मियों को भविष्य में इस तरह की लापरवाही न बरतने के सख्त निर्देश दिए गए हैं।
इस कार्रवाई से स्पष्ट होता है कि योगी सरकार सरकारी कार्यों में पारदर्शिता और जिम्मेदारी सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है और किसी भी तरह की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं करेगी।