नई दिल्ली (एजेंसी):
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग को बेहतरीन और भविष्योन्मुख बताते हुए कहा कि कई कारक इस क्षेत्र को गति देने का काम कर रहे हैं। शुक्रवार को भारत मंडपम में आयोजित ‘भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो’ के शुभारंभ पर प्रधानमंत्री ने कहा कि हम एक ऐसी गतिशीलता प्रणाली पर काम कर रहे हैं, जो अर्थव्यवस्था और पारिस्थितिकी का समर्थन कर सके।

प्रधानमंत्री ने कहा कि ऑटो सेक्टर के विकास के लिए आवश्यकता और आकांक्षा दोनों जरूरी हैं। भारत में दोनों ही जीवंत हैं। आने वाले कई दशकों तक भारत दुनिया का सबसे युवा देश बना रहेगा। यही युवा वर्ग सबसे बड़े ग्राहक हैं, जो बड़ी मांग पैदा करते हैं। इसके साथ ही दूसरा बड़ा ग्राहक मध्यम वर्ग है, जिसकी संख्या लगातार बढ़ रही है।

उन्होंने कहा कि भारत हरित प्रौद्योगिकी, इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी), हाइड्रोजन ईंधन और जैव ईंधन के विकास पर ध्यान केंद्रित कर रहा है, ताकि जीवाश्म ईंधन के आयात पर निर्भरता कम हो सके।

मेक इन इंडिया और पीएलआई योजना का योगदान
प्रधानमंत्री ने बताया कि मेक इन इंडिया पहल और उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (PLI) योजना ने ऑटो उद्योग के विकास में अहम भूमिका निभाई है। इस योजना ने 2.25 लाख करोड़ रुपये से अधिक की बिक्री में मदद की है और 1.5 लाख से अधिक प्रत्यक्ष रोजगार सृजित किए हैं।

गतिशीलता के 7सी दृष्टिकोण
श्री मोदी ने कहा कि मोबिलिटी से जुड़े 7सी दृष्टिकोण को अपनाया जा रहा है, जिसमें कमान, कनेक्टेड, कन्वेनिएंट, कन्जेशन मुक्त, चार्ज्ड, क्लीन और कटिंग-एज टेक्नोलॉजी शामिल है। उन्होंने ऑटोमोटिव उद्योग को इनोवेशन और टेक्नोलॉजी पर आधारित बताते हुए कहा कि आने वाला समय एशिया और भारत का है।

भारत में ऑटो इंडस्ट्री की प्रगति
प्रधानमंत्री ने कहा कि बीते साल में भारत की ऑटो इंडस्ट्री ने करीब 12 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की। “मेक इन इंडिया, मेक फॉर वर्ल्ड” के मंत्र पर चलते हुए निर्यात में भी बढ़ोतरी हो रही है।

प्रधानमंत्री ने इस एक्सपो के दायरे की वृद्धि पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि इस बार भारत मंडपम के साथ-साथ द्वारका के यशोभूमि और ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो सेंटर में भी आयोजन हो रहा है। आने वाले 5-6 दिनों में बड़ी संख्या में लोग इस एक्सपो में आएंगे, और कई नई गाड़ियां भी लॉन्च होंगी।

इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, एच. डी. कुमारस्वामी, पीयूष गोयल, मनोहर लाल और जीतनराम मांझी सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।