जिला अस्पताल में गंदगी देखकर सातवें आसमान पर पहुंचा डिप्टी सीएम का पारा

  • कार्यदायी संस्था से स्पष्टीकरण तलब कर एक दिन का वेतन रोकने के निर्देश।
  • मरीज व तीमारदारों ने चिकित्सकों पर बाहरी दवा लिखने का मढ़ा आरोप, जांच के निर्देश।

फतेहपुर। जिला अस्पताल का हाल किसी से छिपा नहीं है। इसका नजारा आज स्वयं उप मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक ने स्वयं देख लिया। एक तरफ वह जिला अस्पताल का निरीक्षण कर रहे थे तो दूसरी तरफ सफाई कर्मी प्रातः दस बजे तक चेंबरों की सफाई में लगे हुए थे। अस्पताल में कई स्थानों पर गंदगी देख डिप्टी सीएम का पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया। उन्होंने कार्यदायी संस्था से स्पष्टीकरण तलब कर एक दिन का वेतन रोकने के निर्देश अधिकारियों को दिए। साथ ही मरीजों व तीमारदारों से बातचीत कर स्वास्थ्य सुविधाओं की हकीकत जानी। मरीजों का आरोप था कि बाहरी दवाएं लिखी जाती हैं। जिस पर डिप्टी सीएम ने सीएमएस को निर्देश देते हुए भंडारित दवाओं की हकीकत भी देखी।

गुरुवार की सुबह डिप्टी सीएम बृजेश पाठक लखनऊ से महोबा जनपद के लिए निकले थे। फतेहपुर पहुंचने पर वह सर्किट हाउस आए और अचानक काफिला जिला अस्पताल की ओर मुड़ गया। डिप्टी सीएम के अस्पताल पहुंचते ही स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के होश फाख्ता हो गए। सभी अधिकारी व कर्मचारी व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद बनाने में लग गए।

डिप्टी सीएम सीधे वार्ड में भर्ती मरीजों से मिलने पहुंचे। उन्होंने मरीजों से बातचीत कर स्वास्थ्य सुविधाओं की हकीकत जानी। कई खामियां मिलने पर डिप्टी सीएम ने कहा कि मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए सरकार कटिबद्ध है। इसलिए मरीजों का जिला अस्पताल में समुचित इलाज किया जाए। इसके बाद डिप्टी सीएम ने वार्ड का बारीकी से जायजा लिया। वार्ड में फैली गंदगी को देखकर साफ सफाई के लिए सीएमएस को निर्देश दिया।

जब डिप्टी सीएम इमरजेंसी कक्ष पहुंचे तो एक बेड पर पड़ी चादर में खून देखा। उस बेड पर मरीज का इलाज होते देख वे भड़क गए और फटकार लगाई कि इस तरह की व्यवस्था में सुधार नहीं होने पर कड़ी कार्यवाही होगी। डिप्टी सीएम जब जिला अस्पताल का निरीक्षण कर रहे थे, उस समय ओपीडी और जगह-जगह खुले बिजली के तार को देखकर नाराजगी जाहिर करते हुए सीएमएस को फटकार लगाई और बिजली के तार को सही कराने का आदेश दिया।

ट्रामा सेंटर से वार्ड की ओर जाने वाले रास्ते पर स्वास्थ्य विभाग कर्मियों की बाइक गैलरी में खड़ी देखकर नाराजगी जाहिर की और बाइक खड़ी करने वाले स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों से पैसा काटने की बात कही। इस दौरान जिला अस्पताल में इलाज कराने आए मरीज और कुछ तीमारदारों ने जिला अस्पताल का पर्चा दिखाते हुए कहा कि डॉक्टर बाहर की दवा लाने के लिए दबाव बनाते हैं। जिस पर डिप्टी सीएम ने सीएमएस से जिला अस्पताल में उपलब्ध दवाओं की जानकारी ली और कहा कि सभी प्रकार की दवा जिला अस्पताल में उपलब्ध है। जिस डॉक्टर ने बाहर की दवा लिखी है, उसकी जांच कर कार्यवाही होगी।

इस मौके पर अयाह-शाह विधायक विकास गुप्ता उर्फ बब्लू, जिलाधिकारी सी. इन्दुमती, पुलिस अधीक्षक उदय शंकर सिंह, सीडीओ पवन कुमार मीना, अपर पुलिस अधीक्षक विजय शंकर मिश्रा, सीएमओ डॉ. राजीव नयन गिरि, सीएमएस सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मी मौजूद रहे।