चौपाल संवाद

फतेहपुर। गाजीपुर कस्बे में लाइनमैनों व ग्रामवासियों के बीच हुई मारपीट के मामले को लेकर आज कांग्रेस का एक प्रतिनिधि मंडल सिमौर गांव पहुंचा और ग्रामवासियों से मुलाकात कर घटना के बारे में पूरी जानकारी ली। ग्रामीणों ने बताया कि उस दिन एक केबल टूट गई थी, जिसकी सूचना पावर हाउस में देने पर उधर से गाली देते हुए कहा गया कि “रुको, मर नहीं जाओगे, सुबह देखा जाएगा।”

बरसात के कारण केबल के आसपास पानी भरा होने की वजह से करंट से भयभीत गांव के कुछ लोग वस्तुस्थिति से अवगत कराने हेतु पावर हाउस पहुंच गए, जहां वहां बैठे लोग शराब पी रहे थे। गांव वालों से अभद्रता कर उन्हें मारने को दौड़े। गांव के लोग अपना वाहन तक वहीं छोड़कर भाग निकले। घटना के बाद पावर हाउस पर एकत्रित दलालों ने गाजीपुर थाने में जाकर गांव के ही पांच लोगों के खिलाफ फर्जी एफआईआर दर्ज करा दी।

कांग्रेस प्रतिनिधि मंडल को यह भी बताया गया कि यह आए दिन की समस्या है। इसके अतिरिक्त पावर हाउस पर सक्रिय दलालों द्वारा फर्जी बिल भेजकर उसे कम करने के लिए हजारों की वसूली भी की जाती है।

प्रकरण से अवगत हुए जिलाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि आगामी सोमवार को प्रतिनिधि मंडल दोपहर ग्यारह बजे जिलाधिकारी व बारह बजे पुलिस अधीक्षक से मुलाकात करने के बाद अधिशाषी अभियंता विद्युत वितरण (प्रथम) से मिलकर घटना के बारे में जानकारी देते हुए संबंधित पावर हाउस कर्मचारियों व दलालों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही की मांग करेगा, जिससे सीधे-साधे ग्रामवासियों को उचित न्याय मिल सके।

कांग्रेस प्रतिनिधि मंडल में वरिष्ठ नेता निर्मल तिवारी, शहर अध्यक्ष मो. आरिफ गुड्डा, एआईसीसी शिवाकांत तिवारी, मणि प्रकाश दूबे, कलीम उल्ला, प्रवक्ता देवी प्रकाश दूबे, सईद चच्चा, अशोक दूबे, बहुआ ब्लॉक अध्यक्ष शबनम शेख आदि मौजूद रहे।