लखनऊ (एजेंसी)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश एग्रीकल्चर ग्रोथ एंड रूरल एंटरप्राइज इकोसिस्टम स्ट्रेंथनिंग (UP AGGRIS) से यूपी की कृषि में पूरी तरह से बदलाव आएगा। उत्पादकता में 30 फीसदी की वृद्धि करने का लक्ष्य है।

मुख्यमंत्री योगी यूपी एग्रीस परियोजना के शुभारंभ समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आज शुरू होने वाली कैन पैक्ट परियोजना से 13 हजार करोड़ का एफडीआई निवेश आएगा। यहां लगने वाली परियोजना से प्रदेश में रोजगार बढ़ेगा।

यूपी की आबादी 25 करोड़ हो गई है। दुनिया की सबसे उर्वरा भूमि यूपी में है। देश में 45 फीसदी भूमि कृषि योग्य है, जिसमें 75 फीसदी यूपी में है। देश में सभी उत्पादनों में से 15 फीसदी यूपी के पास है। खाद्यान्न उत्पादन में यूपी 23 फीसदी से अधिक है। खाद्यान्न निर्यात में तीसरे स्थान पर है। अब हम नंबर वन बनेंगे।

यूपी एग्रीस परियोजना में 2737 करोड़ का लोन विश्व बैंक का है, बाकी राज्य सरकार देगी। इससे मार्केट सपोर्ट सिस्टम विकसित होगा। रोजगार सृजन होगा। पहले चरण में 28 जनपद शामिल हैं, जो बुंदेलखंड और पूर्वांचल के हैं। यह छह साल का प्रोजेक्ट है। यूपी को जेवर एयरपोर्ट के जरिए एक्सपोर्ट हब बनाने का प्रयास है। इसका भी लाभ मिलेगा।

पिछले साल आम का 500 रुपये प्रति किलो भाव मिला है। मछली उत्पादन को आगे बढ़ाया जाएगा। किसानों को विदेश भ्रमण कराया जाएगा। इस मौके पर प्रदेश सरकार के मंत्री अनिल राजभर ने कहा कि किसानों के जीवन में उम्मीद की चिराग जलाने का कार्य मुख्यमंत्री योगी ने किया है। यह परियोजना किसानों के जीवन में बदलाव लाएगी। प्रदेश की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।

मुख्यमंत्री के नेतृत्व में डिजिटल महाकुंभ का असर है कि वहां करोड़ों लोग जुटे हैं। अब कृषि विरासत की धारा को आगे बढ़ाने का प्रयास है। मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने कहा कि यूपी पूरी दुनिया के लिए कृषि क्षेत्र का पावर हाउस है। यूपी एग्रीस के जरिए उत्पादकता बढ़ाने पर जोर है। मौसम और मूल्य की जानकारी किसानों को निरंतर मिले, यह प्रयास किया जा रहा है।

यूपीडा अब दूसरे भी काम कर रहा है। कैन बनाने वाली कंपनी का शिलान्यास हो रहा है। इससे तरक्की की राह आसान होगी।