नई दिल्ली (एजेंसी)। जल विवाद के बीच हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने दिल्ली के वजीराबाद में यमुना घाट का दौरा किया। दो अलग-अलग बोतलों में पानी दिखाते हुए सैनी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं।
सैनी ने कहा कि केजरीवाल ने कहा था कि वह यमुना नदी को साफ करेंगे, लेकिन उन्होंने इसे साफ नहीं किया और इसके बजाय इसे गंदा करने का काम किया है। उन्होंने दावा किया, “हम साफ पानी दे रहे हैं और यह गंदा पानी दिल्ली का ही है, जिसे दिल्ली के लोगों को पीने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।”
मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि आज केजरीवाल ने सामूहिक नरसंहार की बात कही है, जिसके लिए वही जिम्मेदार हैं। 10 साल बाद भी वह यमुना नदी को साफ नहीं कर पाए हैं। सैनी ने साफ तौर पर कहा कि “केजरीवाल को दिल्ली और हरियाणा की जनता से माफी मांगनी चाहिए।”
उन्होंने आगे आरोप लगाया कि “केजरीवाल फरीदाबाद में बड़े पैमाने पर नरसंहार करने की कोशिश कर रहे हैं, क्योंकि यमुना नदी के अंदर गंदा पानी छोड़ा जा रहा है। इसमें रसायन और अन्य प्रकार के दूषित पदार्थ गिर रहे हैं, लेकिन वह इसे साफ नहीं कर रहे हैं और दूसरों पर आरोप लगा रहे हैं।”
इससे पहले, आम आदमी पार्टी (आप) प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को निर्वाचन आयोग को अपने उस आरोप के बारे में जवाब सौंपा, जिसमें उन्होंने कहा था कि हरियाणा की भाजपा सरकार ने दिल्ली को आपूर्ति किए जाने वाले यमुना के पानी में “जहर” मिला दिया है।
केजरीवाल ने अपने जवाब में कहा कि उनकी टिप्पणी “कच्चे पानी में अमोनिया के खतरनाक उच्च स्तर” के संदर्भ में थी। मुख्य निर्वाचन आयुक्त (सीईसी) को संबोधित अपने छह पृष्ठों के लिखित जवाब में केजरीवाल ने हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी पर राष्ट्रीय राजधानी में अत्यधिक प्रदूषित पानी भेजकर पांच फरवरी को होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव को “प्रभावित” करने की “साजिश” रचने का भी आरोप लगाया।
दिल्ली एवं पंजाब के मुख्यमंत्रियों, क्रमशः आतिशी और भगवंत मान के साथ, ‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल ने इस मामले में निर्वाचन आयोग द्वारा उन्हें दिए गए नोटिस पर निर्वाचन आयोग के अधिकारियों को अपना जवाब सौंपा। ‘आप’ नेता निर्वाचन आयुक्तों तक अपनी बात पहुंचाने के लिए अमोनिया मिश्रित पानी की तीन बोतलें भी अपने साथ ले गए।