कानपुर। कानपुर की जूही पुलिस ने मोहर्रम के जुलूस में भड़काऊ नारे लगाने के मामले में मुख्य आरोपी व जुलूस संचालक अनीस उर्फ अन्नू अंसारी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने माहौल बिगड़ने के डर से अन्नू को गुपचुप तरीके से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया और किसी को इसकी भनक भी नहीं लगने दी। अब अन्नू के अन्य साथियों की तलाश में दबिश दी जा रही है। अन्य आरोपी घर छोड़कर भाग निकले हैं।

वीडियो वायरल होने के बाद घर छोड़कर भाग निकला था आरोपी

मोहर्रम के जुलूस के दौरान जूही परमपुरवा में भाजपा की महिला पार्षद के घर के सामने विवादित नारे लगाए गए थे। जुलूस में शामिल भीड़ नारे लगा रही थी कि “हिन्दुस्तान में रहना है तो अल्लाह हू अकबर कहना है”। सोशल मीडिया पर इसका वीडियो वायरल होने और भाजपा पार्षद की शिकायत के बाद एडिशनल पुलिस कमिश्नर हरीश चंदर ने जांच बैठाई थी। जांच के बाद जुलूस के आयोजक अनीस उर्फ अन्नू समेत जुलूस में भड़काऊ नारेबाजी करने वाले 50 लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज हुई थी। जूही थाने की पुलिस ने जुलूस संचालक अनीस उर्फ अन्नू को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया और माहौल बिगड़ने के डर से गुपचुप तरीके से देर शाम उसे जेल भेज दिया गया।

जूही थाना प्रभारी मनोज कुमार मिश्रा ने बताया कि एफआईआर दर्ज होने के बाद अनीस उर्फ अन्नू और उसके साथी घर छोड़कर भाग निकले थे। पुलिस ने सर्विलांस की मदद से उसे एक रिश्तेदार के घर से गिरफ्तार कर लिया। उसके अन्य समर्थक भी घर छोड़कर भागे हुए हैं। पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश में ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है।

कानपुर शहर में हुई थी माहौल बिगाड़ने की कोशिश

सिर्फ जूही में ही नहीं रावतपुर में भी ठीक इसी तरह मोहर्रम के जुलूस में भड़काऊ नारेबाजी की गई थी। घंटाघर चौराहे पर भी जुलूस निकालने के दौरान भगदड़ मच गई थी। शहर के तीन अलग-अलग हिस्सों जूही, रावतपुर और घंटाघर में इस तरह का मामला सामने आने के बाद पुलिस ने तीनों मामलों को गंभीरता से लेकर जांच बैठा दी थी। एडिशनल सीपी हरीश चंदर ने बताया कि अब तक की जांच में तीनों मामलों में कोई कनेक्शन सामने नहीं आया है। जूही और रावतपुर में मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार करके जेल भेजा गया है। अन्य की तलाश में छापेमारी की जा रही है। पूछताछ में अगर कोई ऐसी बात सामने आई तो माहौल बिगाड़ने की कोशिश करने वालों पर और कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इससे कि भविष्य में कोई फिर माहौल बिगाड़ने की हिम्मत नहीं कर सके।