कानपुर – शिक्षक, शिक्षा मित्र, और अनुदेशक कर्मचारियों के संयक्त संघर्ष मोर्चा ने मंगलवार की शाम को बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) सुरजीत कुमार सिंह का घेराव किया। यह प्रदर्शन सोमवार को तय की गई रणनीति के अनुसार आयोजित किया गया था। शिक्षकों ने स्पष्ट कर दिया है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो 29 जुलाई को लखनऊ में महानिदेशक स्कूल शिक्षा के कार्यालय का घेराव किया जाएगा।

सात सूत्रीय मांगों पर सरकार की उदासीनता

बेसिक शिक्षा के विद्यालयों में शिक्षकों की ऑनलाइन उपस्थिति समेत अन्य सात सूत्रीय मांगों के विरोध में, 15 जुलाई को शिक्षक, शिक्षा मित्र, और अनुदेशक कर्मचारियों के संयक्त संघर्ष मोर्चा ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय का घेराव किया था। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित ज्ञापन भी सौंपा गया था। शिक्षकों का आरोप है कि तब से लेकर अब तक उनकी मांगों पर कोई विचार नहीं किया गया है।

लिखित आदेश की कमी

उत्तर प्रदेश जूनियर हाई स्कूल शिक्षक संघ के महामंत्री विकास तिवारी ने बताया कि ऑनलाइन उपस्थिति के स्थगन आदेश को अभी तक लिखित रूप में जारी नहीं किया गया है। इसी कारण संघर्ष मोर्चा के बैनर तले शिक्षक कर्मचारी आंदोलनरत हैं और 29 जुलाई को लखनऊ में शिक्षा भवन का घेराव किया जाएगा।

शिक्षकों की मांगें

शिक्षकों की मुख्य मांगें निम्नलिखित हैं:

  1. कर्मचारियों की ऑनलाइन उपस्थिति के आदेश का निरस्तीकरण और इसकी प्रति जारी की जाए।
  2. किसी भी शिक्षक कर्मचारी को ऑनलाइन उपस्थिति के आधार पर या निरीक्षण के नाम पर परेशान या उत्पीड़ित न किया जाए।
  3. महिला शिक्षकों की सीसीएल (Child Care Leave) पहले तीन बार और अधिकतम एक महीने की स्वीकृत होती थी, जिसे पूर्व महानिदेशक ने घटाकर तीन बार और अधिकतम एक महीने कर दिया था। इसे पुनः पूर्ववत किया जाए।
  4. बेसिक शिक्षा के विद्यालयों का निरीक्षण अन्य विभाग के अधिकारियों द्वारा न कराया जाए।

प्रदर्शन में शामिल प्रमुख सदस्य

इस प्रदर्शन में जूनियर हाई स्कूल शिक्षक संघ की अध्यक्ष सरिता कटियार, महिला शिक्षक संगठन की अध्यक्ष रुचि त्रिवेदी, अटेवा के जिला अध्यक्ष नीरज तिवारी, टीएससीटी के जिला संयोजक सुनील कुमार वर्मा, यूटा के जिलाध्यक्ष शरद तिवारी, शिक्षामित्र संघ के अध्यक्ष त्रिभुवन सिंह, प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ के महामंत्री विवेक मिश्रा, ध्रुव जायसवाल, और जूनियर शिक्षक संघ के उपाध्यक्ष विवेक कुमार आदि लोग शामिल रहे।

इस प्रदर्शन के माध्यम से शिक्षकों ने अपनी मांगों को सरकार के समक्ष स्पष्ट रूप से रखा है और अपनी समस्याओं का समाधान जल्द से जल्द होने की उम्मीद जताई है।